aarti-chalisa

The Maha Mrityunjaya Mantra is a powerful and ancient Mantra that is recited to Lord Shiva (Rudra) to seek protection, ...
Jayati Jai Gayatri Mata, Jayati Jai Jayati Mata। Sat Maraga Para Hamen Chalao, Jo Hai Sukhadata॥ Jayati Jai Gayatri Mata...। ...
Om Jai Ekadashi, Jai Ekadashi, Jai Ekadashi Mata। Vishnu Puja Vrat Ko Dharan Kar, Shakti Mukti Pata॥ Om Jai Ekadashi...॥ ...
Ambe Tu Hai Jagadambe Kali, Jai Durge Khappara Wali, Tere Hi Guna Gaven Bharati, O Maiya Hama Saba Utare Teri ...
Jai Vaishnavi Mata, Maiya Jai Vaishnavi Mata। Hatha Joda Tere Age, Aarti Main Gata॥ Shisha Pe Chhatra Viraje, Muratiya Pyari। ...
Jai Santoshi Mata, Maiya Jai Santoshi Mata। Apane Sewak Jana Ko, Sukha Sampatti Data॥ Jai Santoshi Mata॥ Sundar Cheer Sunahari ...
Jai Ambe Gauri, Maiya Jai Shyama Gauri। Tumako Nishidina Dhyawata, Hari Brahma Shivari॥ Jai Ambe Gauri Manga Sindura Virajata, Tiko ...
Om Jai Narsingh Hare, Prabhu Jai Narsingh Hare। Stambh Phad Prabhu Prakate, Stambh Phad Prabhu Prakate, Jan Ka Taap Hare॥ ...
Ambe Tu Hai Jagadambe Kali, Jai Durge Khappara Wali, Tere Hi Guna Gaven Bharati,O Maiya Hama Saba Utare Teri Aarti। ...
Om Jai Shiv Omkara, Swami Jai Shiv Omkara। Brahma, Vishnu, Sadashiv,Ardhangi Dhara॥ Om Jai Shiv Omkara॥ Ekanan Chaturanan Panchanan Raje। ...
Gale Mein Baijanti Mala, Bajave Murali Madhur Bala। Shravan Mein Kundal Jhalakala, Nand Ke Anand Nandlala। Gagan Sam Ang Kanti ...
Shri Rama Chandra Kripalu Bhajuman, Haran Bhavbhay Darunam। Nav Kanj Lochan,  kanj Mukh KarKanj Pad Kanjarunam॥ Shri Rama Chandra Kripalu ...
Aarti Kije Hanuman Lala Ki । Dusht Dalan Ragunath Kala Ki॥ Jake Bal Se Girivar Kaanpe । Rog Dosh Ja ...
Jai Ganesh, Jai Ganesh,Jai Ganesh Deva। Mata Jaki Parvati,Pita Mahadeva॥ x2 Ekadanta Dayavanta,Char Bhujadhaari। Mathe Par Tilak Sohe,Muse Ki Savari॥ x2 (Mathe ...
॥ दोहा ॥ विश्वेश्वर-पदपदम की,रज-निज शीश-लगाय। अन्नपूर्णे! तव सुयश,बरनौं कवि-मतिलाय॥ ॥ चौपाई ॥ नित्य आनन्द करिणी माता । वर-अरु अभय ...
॥ दोहा ॥ जय गिरी तनये दक्षजे,शम्भु प्रिये गुणखानि। गणपति जननी पार्वती,अम्बे! शक्ति! भवानि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा भेद न ...
॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी,त्रिकुटा पर्वत धाम। काली, लक्ष्मी, सरस्वती,शक्ति तुम्हें प्रणाम॥ ॥ चौपाई ॥ नमो: नमो: वैष्णो वरदानी ...
॥ दोहा ॥ जय जय सीताराम के,मध्यवासिनी अम्ब। देहु दर्श जगदम्ब,अब करो न मातु विलम्ब॥ जय तारा जय कालिका,जय दश ...
॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी,नमो नमो जगदम्ब। सन्तजनों के काज में,माँ करती नहीं विलम्ब॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय ...
॥ दोहा ॥ जय जय तुलसी भगवती,सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी,श्री वृन्दा गुन खानी॥ श्री हरि शीश बिरजिनी,देहु अमर ...
॥ दोहा ॥ जनक जननि पद कमल रज,निज मस्तक पर धारि। बन्दौं मातु सरस्वती,बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में ...
॥ दोहा ॥ जय जय श्री महालक्ष्मी,करूँ मात तव ध्यान। सिद्ध काज मम किजिये,निज शिशु सेवक जान॥ ॥ चौपाई ॥ ...
॥ दोहा ॥ ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा,जीवन ज्योति प्रचण्ड। शान्ति कान्ति जागृत प्रगति,रचना शक्ति अखण्ड॥ जगत जननी मङ्गल करनि,गायत्री ...
॥ दोहा ॥ देवि पूजिता नर्मदा,महिमा बड़ी अपार। चालीसा वर्णन करत,कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा,मिटते पाप महान। ...
॥ दोहा ॥ श्री गणपति पद नाय सिर,धरि हिय शारदा ध्यान। सन्तोषी मां की करुँ,कीरति सकल बखान॥ ॥ चौपाई ॥ ...
॥ दोहा ॥ श्री राधे वृषभानुजा,भक्तनि प्राणाधार। वृन्दावनविपिन विहारिणी,प्रणवों बारंबार॥ जैसो तैसो रावरौ,कृष्ण प्रिया सुखधाम। चरण शरण निज दीजिये,सुन्दर सुखद ...
॥ दोहा ॥ जय काली जगदम्ब जय,हरनि ओघ अघ पुंज। वास करहु निज दास के,निशदिन हृदय निकुंज॥ जयति कपाली कालिका,कंकाली ...
॥ दोहा ॥ जय-जय माता शीतला,तुमहिं धरै जो ध्यान। होय विमल शीतल हृदय,विकसै बुद्धि बलज्ञान॥ ॥ चौपाई ॥ जय-जय-जय शीतला ...
॥ दोहा ॥ जय जय जय जग पावनी,जयति देवसरि गंग। जय शिव जटा निवासिनी,अनुपम तुंग तरंग॥ ॥ चौपाई ॥ जय ...
॥ दोहा ॥ मातु लक्ष्मी करि कृपा,करो हृदय में वास। मनोकामना सिद्ध करि,परुवहु मेरी आस॥ ॥ सोरठा ॥ यही मोर ...
॥ चौपाई ॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निराकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ ...
॥ दोहा ॥ बन्दहुँ वीणा वादिनी,धरि गणपति को ध्यान। महाशक्ति राधा सहित,कृष्ण करौ कल्याण॥ सुमिरन करि सब देवगण,गुरु पितु बारम्बार। ...
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मन्दिर धारि। सुमरि गजानन शारदा,गहि आशिष त्रिपुरारि॥ बुद्धिहीन जन जानिये,अवगुणों का ...
॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय,सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूँ,दीजै ज्ञान बताय॥ ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान ...
॥ चौपाई ॥ श्री रघुबीर भक्त हितकारी । सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशि दिन ध्यान धरै जो कोई । ...
॥ दोहा ॥ बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल,पिताम्बर शुभ साज॥ जय मनमोहन मदन ...
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल करण कृपाल। दीनन के दुःख दूर करि,कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव ...
॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय ...
Lord Hanuman (Panchmukhi)
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरन सरोज रज,निज मनु मुकुर सुधारि। बरनउं रघुबर विमल जसु,जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु ...
॥ Doha ॥ Jai Ganesh Girija Suvan, Mangal Mul Sujan | Kahat Ayodhya Das Tum, Deo Abhay Varadan || ॥ ...
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई॥ जय गिरिजा ...