रामलला की प्राण प्रतिष्ठा


चौरासी सेकंड में रामभक्तों के पांच सौ साल के इंतज़ार का होगा अंत

लगभग ५०० साल तक चले राम भक्तों के अथक प्रयासों से राम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर का पुनर्निर्माण हो रहा है। २२ जनवरी वो ऐतिहासिक दिन है जब भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा होगा। आइये सात दिन के पूरे पूरे कार्यक्रम को जानें:

15 जनवरी – मकर संक्रांति के दिन खरमास का अंत है। इसी दिन वह सुबह महूरत है जब रामलला का बाल स्वरूप (विग्रह) गर्भ गृह में स्थापित किया जायेगा।

16 जनवरी – शुरू होंगे रामलला के विग्रह स्थापना के अनुष्ठान।

17 जनवरी – रामलला नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे।

18 जनवरी – प्राण-प्रतिष्ठा की विधि आरंभ होगी। जिसमें होंगे ये विशेष पूजन: मंडप प्रवेश पूजन, वास्तु पूजन वरुण पूजन, विघ्नहर्ता गणेश पूजन और मार्तिका पूजन।

19 जनवरी – राम मंदिर में यज्ञ अग्नि कुंड की स्थापना की जाएगी, और होगा दिव्य अग्नि का प्रज्वलन।

20 जनवरी – 81 कलश, जिसमें अलग-अलग नदियों के जल इक्ट्ठा किए हैं, से राम मंदिर के गर्भगृह को पवित्र किया जाएगा। वास्तु शांति अनुष्ठान होगा।

21 जनवरी – यज्ञ विधि में विशेष पूजन और हवन के बीच होगा, राम लला का 125 कलशों से दिव्य स्नान।

22 जनवरी – मध्यकाल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की महापूजा होगी, यह राम लला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त है।

राम मंदिर में राम लला की मूर्ति स्थापना का समय 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिए सिर्फ 84 सेकंड का मुहूर्त रहेगा।

इन चौरासी सेकंड में रामभक्तों के पांच सौ साल के इंतज़ार का होगा अंत।